लेखन आपके मन का खालीपन भरता है . मन को सुकूं मिलता है ,.मेरे भीतर जब कोई अभाव कसमसाता है तब शायद रचना जन्म लेती है, मुझे पता नहीं चलता आभाव क्या पर कोई रिक्तता होती है है कुछ उद्द्वेलित करता है इन भावों की आत्यंतिक उत्कटता और विचारों का सघन प्रवाह मेरे शब्दों को आगे बढ़ाता है मेरी कलम में उतर आता है . कभी शब्द मुझमे थिरकन पैदा कर देते हैं कभी जड़ बना देते हैं मुझे क्षण -क्षण सघनतर होते हुवे विचारों के बादलों को कोई बरसने से रोक नहीं पाती हूँ तो कलम उठानी ही पड़ती है .
आशाजी, अम्बुधि पयोधि - के लिएँ आपको बधाई | आपके इस ब्लॉग के द्वारा थोड़ा जानने की कोशिश... बहुत ही अच्छी कवितायें तो आप लिखती ही है... और ये ब्लॉग... अलाम | डियर जितेंद्रजी को भी नमस्कार | - पंकज त्रिवेदी
आशाजी, अम्बुधि पयोधि - के लिएँ आपको बधाई | आपके इस ब्लॉग के द्वारा थोड़ा जानने की कोशिश... बहुत ही अच्छी कवितायें तो आप लिखती ही है... और ये ब्लॉग... अलाम | डियर जितेंद्रजी को भी नमस्कार | - पंकज त्रिवेदी
3 टिप्पणियां:
आशाजी,
अम्बुधि पयोधि - के लिएँ आपको बधाई | आपके इस ब्लॉग के द्वारा थोड़ा जानने की कोशिश...
बहुत ही अच्छी कवितायें तो आप लिखती ही है... और ये ब्लॉग... अलाम |
डियर जितेंद्रजी को भी नमस्कार |
- पंकज त्रिवेदी
आशाजी,
अम्बुधि पयोधि - के लिएँ आपको बधाई | आपके इस ब्लॉग के द्वारा थोड़ा जानने की कोशिश...
बहुत ही अच्छी कवितायें तो आप लिखती ही है... और ये ब्लॉग... अलाम |
डियर जितेंद्रजी को भी नमस्कार |
- पंकज त्रिवेदी
आशाजी,
हृदयकी अथाह गहराईयों से उठते सुन्दरतम सहज भावों के प्रवाहमें....
एक नवपल्लवित स्पंदनका विस्फोट हुआ....
'आशा' एक वरदान है ; नवजीवन का ! गति-संचार का अमोघ विज्ञान !
लेकिन...
उसको जानने के लिए कुछ सोचना अनिवार्यरूपसे ज़रूरी है.....जो आपकी प्रत्येक रचना में प्रतीत होता है |
"ईश्वर" आपके हृदयमें भावप्रवाहके उत्कृष्ट "उदधि"की अक्षयनिधिको सदासर्वदा अस्खलित बनाए रख्खें ऐसी शुभभावना...
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